workstation कम्प्यूटर की बुनियादी ज्ञान


windows-11 माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम

ms-word माइक्रोसॉफ्ट वर्ड

1 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड- एक परिचय 2 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में टेक्स्ट एडिटिंग 3 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग 4माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में पैराग्राफ फॉर्मेटिंग 5 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में पेज फॉर्मेटिंग 6 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में ग्राफ़िक्स का प्रयोग 7 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में स्पेलिंग ग्रामर का प्रयोग 8 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में मेल-मर्ज का प्रयोग 9 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में मैक्रो का प्रयोग 10 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में डाक्यूमेंट्स को प्रिंट करना 11 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड-शॉर्टकट कीज 12 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड- वैकल्पिक प्रश्नावली 13 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड मशीन रूम गाइड 14 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड रिकॉर्डेड क्लास विडियो 15 माइक्रोसॉफ्ट वर्ड- टेस्ट

microsoft-excel-2019 माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल

ms-powerpoint माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट

microsoft-access-2019 माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस

chrome इंटरनेट और ई-मेल का प्रयोग

Tally TallyPrime

1 आधारभूत लेखांकन शब्द 2 लेखांकन- एक परिचय 3 लेखांकन समीकरण 4 खातों का वर्गीकरण 5 डेबिट और क्रेडिट 6 रोजनामचा 7 खाता-बही 8 तलपट 9 वित्तीय विवरण 10 टैली- एक परिचय 11 टैली में लेजर का निर्माण 12 एकाउंटिंग वाउचर- एक परिचय 14 कॉण्ट्रा वाउचर 15 पेमेंट वाउचर 16 रिसिप्ट वाउचर 17 परचेज वाउचर 18 सेल वाउचर 19 जर्नल वाउचर 20 डेबिट नोट 21 क्रेडिट नोट 22 मेमोरेंडम वाउचर 23 टैली प्राइम- इन्वेंटरी एक परिचय 24 टैली प्राइम में इनवॉइस एंट्री 25 स्टॉक समरी देखना 26 टैली में बिल को मेंटेन करना 27 इन्वेंटरी वाउचर- एक परिचय 29 रिसीप्ट नोट 30 डिलीवरी नोट 31 रिजेक्शन आउट 32 रिजेक्शन इन 33 परचेस ऑर्डर 34 सेल्स ऑर्डर 35 स्टॉक जर्नल 36 डिस्काउंट 37 GST 38 टैली प्राइम- शॉर्टकट कीज 39 टैली प्राइम- वैकल्पिक प्रश्नावली 40 टैली प्राइम मशीन रूम गाइड 41 टैली प्राइम रिकॉर्डेड क्लास विडियो 42 टैली प्राइम- टेस्ट
 कंप्यूटर की संरचना

कंप्यूटर विभिन्न इकाइयों से मिलकर बना होता है जो मिलकर डेटा को इनपुट लेने, उसे प्रोसेस करने और आउटपुट में बदलने का काम करते हैं। इन इकाइयों को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा जा सकता है।


 इनपुट डिवाइस

कंप्यूटर का वह भाग जो हमें डेटा और निर्देशों को कंप्यूटर में डालने की सुविधा देता है, इनपुट डिवाइस कहलाता है। यह विभिन्न प्रकार के होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:-


 कीबोर्ड (Keyboard)

कीबोर्ड कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस है, जिसका उपयोग डेटा को कंप्यूटर में डालने के लिए किया जाता है। यह देखने में टाइपराइटर जैसा होता है और इसमें अनेक बटन होते हैं जिन्हें की (Key) कहा जाता है।

बाजार में सामान्यतः दो प्रकार के कीबोर्ड उपलब्ध हैं:


keyboard

 Keyboard में मौजूद विभीन् Keys का वर्णन:-

टाइपराइटर कीज (Typewritter Keys)-
Keyboard के लगे अक्षर,(A से Z) अंक (0 से 9) तथा विराम चिन्ह को Typewriter Keys के अंतगर्त रखा गया है| इस प्रकार के keys के प्रयोग Typing एवं Designing के काम को पूरा करने के लिय किया जाता है|

फंक्शन कीज (Function Keys)-
Keyboard मे लगे F1 से F12 तक के keys को function keys कहते है , इसका कार्य इस बात पर निभर्र करता है कि आप किस सॉफ्टवेयर (Software) मे कार्य कर रहे है, अधिकांशत: F1 फंक्शन की का प्रयोग मदद (Help) लेने के लिय किया जाता है|

कर्सर कण्ट्रोल कीज (Cursor Control Keys)-
Keyboard मे लगे चार तीर के चिन्ह वाला keys (Arrow keys) का प्रयोग, स्क्रीन पर Cursor को बाएँ (Left), दाएँ (Right), ऊपर (Up), नीचे (Down) एक-एक लाइन या कर्सर Move करने के लिय किया जाता है|

न्यूमेरिक कीज (Numeric keys)-
न्यूमेरिक कीज , फंक्शन कीज के ठीक नीचे स्थित होता है| इस keys के प्रयोग से आप नंबर्स (0 से 9) को टाइप कर सकते है|

न्यूमेरिक की पैड (Numeric Keypad)-
Keyboard मे दाएँ तरफ लगे नंबर पैड को Numeric Keypad कहा जाता है इसका प्रयोग आप Calculator के रूप मे कर सकते है|

नोट:-
Numeric Keypad को आप Num Lock की के मदद से Control कर सकते है| Numeric Keypad का प्रयोग Calculator के रूप मे आप तभी कर सकते है, जब Keyboard मे लगा NUMLOCK लाइट जल रहा हो| NUMLOCK लाइट बंद होने की स्थिति मे आप Numeric Keypad का प्रयोग Cursor Control के रूप मे करते है|

पेज अप एबं पेज डाउन कीज (Page up and Page down keys)-
डाक्यूमेंट्स (Documents) मे एक Page ऊपर जाने के लिए Page up, और एक Page नीचे आने के लिए Page down key का प्रयोग किया जाता है|

होम एबं एंड कीज (Home and End keys)-
Documents में लाइन (Line) के पहले cursor को लाने के लिए Home keys, और line के अंत मे जाने के लिए End keys का प्रयोग होता है|

कैप्स लॉक कीज (Caps Lock Keys)-
सामान्यतः कोई भी अक्षर छोटा (Lower case) टाइप होता है | यदि आप Caps Lock key को एक बार दबाते हैं, (अर्थात जब Caps lock का LED बल्ब जलना शरू हो) तो आप जो भी अक्षर टाइप करेंगे वह बड़ा (Capital Letter ) में टाइप होगा| Caps Lock को एक बार और दबाने से पुन छोटा अक्षर टाइप होगा|

शिफ्ट की (Shift Key)-
यदि आप खास एक अक्षर को बड़ा अक्षर में टाइप करना चाहते है, तो Shift Key को दबाकर उस खास अक्षर को दबाएँ|

नोट:-
यदि key में दो सिम्बल (Symbol) है, तो आप ऊपर वाले symbol को shift key के साथ दबाकर टाइप कर सकते है| उदहारण के लिए- यदि आप प्रतिशत (%) symbol को टाइप करना चाहते है, तब आप shift key के साथ numeric key 5 को press करे|

कंट्रोल (ctrl) एवं अल्टरनेट (Alt) कीज
इन दोनों कीज का प्रयोग हमेशा किसी दुसरे key के साथ होता है, यह किसी खास कार्य को पूरा करता है|

उदहारण के लिए-
Microsoft Word में Ctrl के साथ P दबाने से Document को print (छापना) किया जायेगा| Ctrl के साथ S दबाने पर सुरक्षित (Save) किया जायेगा| इसके अतिरिक्त Ctrl+Alt+Del कीज को साथ-साथ दबाने से मशीन स्वत: रिस्टार्ट हो जाती है|

एन्टर की (Enter key)-
यह आपको अगली line के प्रारम्भ में cursor को move करने की सुविधा देता है| साथ ही enter key का प्रयोग computer में निर्देश भेजने के लिए भी किया जाता है|

टैब की (Tab key)-
यह आपको cursor को line में पूर्व निर्धारित बिंदु पर ले जाने की सुविधा देता है| साथ ही, Tab key का प्रयोग एक विकल्प से दुसरे विकल्प पर जाने के लिए भी किया जाता है|

इस्केप की (Esc-Escape key)-
Escape key का प्रयोग उस input या command जिसे आपने अभी प्रविष्ट किया हो, उसे रद्द (cancel) या उसकी अवहेलना (ignore) करने के लिए किया जाता है|

डिलीट की (Delete key)-
Cursor के दायीं और स्थित स्पेस या करेक्टर को एक-एक करके हटाने के लिए Delete key का प्रयोग किया जाता है| साथ ही, चुने (select) गए फाइल या फोल्डर को मिटाने के लिए डिलीट की का प्रयोग किया जाता है|

बैक स्पेस की (Back space key)-
Cursor के बाएँ (left) तरफ के करेक्टर को हटाने के लिए Back space key का प्रयोग होता है|

 माउस (Mouse)

Mouse एक हैंड–हेल्ड (Hand-held) उपकरण है, जिसका प्रयोग Computer में निर्देश input करने के लिए किया जाता है| User हाथ की हथेली को mouse पर रखता है, और एक mouse pad पर move करता है, परिणामस्वरूप प्वान्टर स्क्रीन पर move कर जाता है|

Pointer को move कर आप आइकन चुन सकते है, Program खोल सकते है और Program में मौजूद Commands को select कर सकते है|

mouse

Mouse से फायदे :-


Mouse के बटन-

अधिकांशतः Mouse में दो बटन (Left button और Right button) और एक चक्का (wheel) लगा होता है|

Left button का प्रयोग- Mouse के left button का प्रयोग Program को चुनने (select) या खोलने (Open) के लिए किया जाता है|

माउस के left button का प्रयोग आप दो रूपों से कर सकते है-

  1. एक बार क्लिक करना (Single Click)- यदि आप किसी Program या Icon पर Mouse के Left button से एक बार क्लिक करते है, तो वह Program या Icon चुन (Select) लिया जायेगा|
  2. दो बार क्लिक करना- यदि आप किसी प्रोग्राम या आइकॉन पर माउस के लेफ्ट बटन से दो बार लगातार क्लिक करते है, तो वह प्रोग्राम या आइकॉन खोल दिया जायेगा|

Right button का प्रयोग- माउस के राईट बटन का प्रयोग किसी प्रोग्राम या आइकॉन से जुड़े खास कमांड्स को चुनने के लिए किया जाता है|

यदि आप किसी प्रोगाम पर माउस के राईट बटन को एक बार क्लिक करते है, तो उस प्रोग्राम से जुड़े खास कमांड का मेनू प्रदर्शित होगा, जहाँ से आप अपने कार्यानुसार कमांड को सेलेक्ट का सकते है|

Wheel का प्रयोग- माउस बटन के बीच एक छोटी व्हील आपको डाक्यूमेंट्स एवं वेब पेज को स्क्रॉल करने की सुविधा देती है|

 कुछ अन्य महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस

जोस्टिक (Joystick)-

Joystick भी mouse की तरह एक Pointing Device है, जिसके मदद से आप Computer Screen पर Cursor को move कर सकते है| अधिकाशत: Joystick का प्रयोग Computer Aided Designing (CAD) और Computer गेम खेलने के संदर्भ में किया जाता है|

joystick


लाइट पेन (Light Pen)-

Light Pen भी एक Pointing Device है, इसका प्रयोग Computer Screen पर प्रदर्शित मेनू ऑप्शन को चुननें और Computer Screen पर पिक्चर को ड्रा (Draw) करने में किया जाता है|

lightpen


ट्रैक बॉल (Track Ball)-

ट्रैक बॉल नोटबुक (Notebook) या लैपटॉप (Laptop) कंप्यूटर के साथ प्रयोग होने वाला एक input device है| इसे Mouse की तरह बिना move किये, बॉल की मदद से cursor को कण्ट्रोल कर सकते है|

trackball


स्कैनर (Scanner)-

यह एक फोटोकॉपी मशीन के जैसा दिखने वाला एक इनपुट डिवाइस है| इसके प्रयोग से आप पिक्चर या किसी और प्रकार के पेपर नोट्स का एक डिजिटल प्रतिलिपि तैयार करके कंप्यूटर को प्रोसेस के लिए भेज सकते है|

scanner

माइक्रोफोन (Microphone)-

Microphone एक इनपुट डिवाइस है, जिसके मदद से, आप कंप्यूटर में आवाज (Sound) को डिजिटल रूप में रिकॉर्ड का सकते हैं|

microphone


मगेंटिक इंक कार्ड रीडर (Magnetic Ink Character Recognition-MICR)-

MICR का प्रयोग बैंकों के द्वारा चेक नंबर और बैंक कोड नंबर को पढने के लिए किया जाता है|

micr

बार कोड रीडर (Bar Code Reader-BCR)-

BCR एक इनपुट device है, इसके प्रयोग से बार कोड को पढ़ा जाता है|

bcr

ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader (OMR))-

OMR ऑप्टिकल स्कैनर का एक प्रकार है, जिसका प्रयोग पेन या पेंसिल के द्वारा मार्क किये गए पेपर को read करने के लिए किया जाता है|

OMR के प्रयोग से ही, एग्जामिनेशन के आंसर शीट को चेक किया जाता है|

omr

 प्रोसेसिंग डिवाइस (Processing Device)

प्रोसेसिंग डिवाइस कंप्यूटर का वह भाग है, जिसके मदद से, यूजर के द्वारा इनपुट किये गए डेटा या आर्डर को प्रोसेस किया जाता है|

कंप्यूटर में लगा CPU (Central Processing Unit) एक Processing Device है| CPU कंप्यूटर का मस्तिस्क (Brain) है, यह एक छोटे चिप (chip) के समान दिखता है, और motherboard पर लगा होता है|

CPU की गति को मेगाहर्टज (megahertz या MHz) में मापा जाता है| पिछले कई वर्षों में, कंप्यूटर की गति में धीरे-धीरे सुधार हुआ है| विश्व की सबसे बड़ी हार्डवेयर कंपनियों में से एक इंटेल (Intel) ने प्रोसेसर की कोर (Core) सीरीज का निर्माण किया है| कोर सीरीज का नवीनतम प्रोसेसर i7 है, जिसकी गति 3460 MHz (3.46 गीगाहर्ट्ज) है| कोर सीरीज के अलावा अन्य Processors में शामिल है- Intel Pentium, Celeron, AMD|

CPU के तीन महत्वपूर्ण अवयव है:-

  1. अर्थिमेटिक लॉजिक यूनिट (Arithmetic Logic Unit-ALU)):- यह इकाई अर्थिमेटिक एवं लॉजिकल कार्यों को पूरा करता है|
  2. कण्ट्रोल यूनिट (Control Unit):- कण्ट्रोल यूनिट कंप्यूटर में डेटा के प्रवाह (Flow of Data) को नियंत्रित करता है|
  3. मेमोरी यूनिट (Memory Unit):- प्रत्येक कंप्यूटर सिस्टम में प्रोग्राम संचालित करने व डेटा सुरक्षित रखने हेतु निश्चित मात्रा में स्टोरेज क्षमता होती है| कंप्यूटर की इस स्टोरेज क्षमता को मेमोरी (Memory) कहते है|

cpu1

 मेमोरी के प्रकार (Types of Memory)

उद्देश्य एवं कार्यों के आधार पर मेमोरी को दो भागों में बांटा गया है:-

  1. प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory)
  2. सेकेंडरी मेमोरी (Secondary मेमोरी)
  1. प्राइमरी मेमोरी (Primary Memory):- इस प्रकार के मेमोरी का प्रयोग डेटा या प्रोग्राम को अस्थाई (Temporary) रूप में जमा करने के लिए किया जाता है| कंप्यूटर में लगे प्राइमरी मेमोरी को RAM (Random Access Memory) भी कहा जाता है| यह एक रेक्टेंगल चिप (Rectangle chip) है, जो CPU के साथ नजदीकी तौर से कार्य करता है| CPU, रैम में स्टोर किये गए निर्देशों को पढ़ता है और उनका निष्पादन करता है| कोई भी डेटा जिस पर कार्य हो रहा है वह, RAM में स्टोर किया जाता है|
    अन्य प्रकार के स्टोरेज उपकरण जैसे, हार्ड डिस्क (Hard Disk), CD (Compact Disk) की तुलना में रैम पढने (read) और लिखने (write) में काफी तेज है| लेकिन RAM में डेटा तभी तक रहता है, जब तक कंप्यूटर चालू अवस्था में रहता है| कंप्यूटर को बंद करते ही RAM अपना डेटा खो देता है, इसलिए रैम को Volatile memory कहते है| जब आप दुबारा कंप्यूटर चालू करते है, तो ऑपरेटिंग सिस्टम एवं अन्य प्रोग्राम या फाइल्स पुन: RAM में लोड हो जाती है| दुसरे शब्दों में RAM एक अस्थाई मेमोरी है| RAM 512MB, 1 GB, 2GB, 4GB एवं 8GB मेमोरी साइज़ में उपलब्ध है|

  2. ram

  3. सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory):- इस प्रकार के मेमोरी का प्रयोग डेटा और प्रोग्राम को स्थाई रूप में जमा करने के लिए किया जाता है| सेकेंडरी मेमोरी में स्टोर डेटा और प्रोग्राम कंप्यूटर बंद होने के बाद भी नहीं मिटता, इसलिए इसे Non-Volatile memory कहा जाता है| वर्तमान कंप्यूटर में हार्ड डिस्क ड्राइव- HDD (Hard Disk Drive), SSD (Solid State Drive) या NVMe (Non-Volatile memory Memory Express) को ही सामान्यतया सेकेंडरी स्टोरेज के रूप में प्रयोग किया जाता है| हार्ड डिस्क वह उपकरण है, जो कंप्यूटर में सभी प्रोग्राम्स एवं डेटा को स्थाई रूप में स्टोर रखता है| इसलिए हार्ड डिस्क को कंप्यूटर की मेमोरी बैंक भी कहते है|

    hdd

हार्ड डिस्क को सिस्टम यूनिट के अंदर रखा जाता है, और कार्यों के लिए इसे motherboard से कनेक्ट किया जाता है| वर्तमान में हार्ड डिस्क की क्षमता को GB और TB में मापा जाता है|

हार्ड डिस्क के अलावा कुछ और महत्वपूर्ण सेकेंडरी मेमोरी निम्न है:-


 मेमोरी मापक इकाई (Memory Measurement Unit)

कंप्यूटर के मेमोरी क्षमता निम्न रूपों में मापा जाता है:-

Computer Data Storage Memory Unit -

No.

Unit
Description

1

Bit (Binary Digit) A binary digit is logical 0 & 1
मेमोरी की सबसे छोटी इकाई (0,1)

2

Nibble 1 Nibble = 4 bits

3

Byte (B) 1 Byte = 8 bits = 1 Character

4

Kilobyte (KB) 1 KB = 1024 B

5

Megabyte (MB) 1 MB = 1024 KB

6

Gigabyte (GB) 1 GB = 1024 MB

7

Terabyte (TB) 1 TB = 1024 GB

8

Petabyte (PB) 1 PB = 1024 TB

9

Exabyte (EB) 1 EB = 1024 PB

10

Zettabyte (ZB) 1 ZB = 1024 EB

11

Yottabyte (YB) 1 YB = 1024 ZB

 आउटपुट डिवाइस (Output Device)

कंप्यूटर का वह भाग, जिसके मदद से प्रोसेस किये गए परिणाम (Result) को आउटपुट किया जाए, आउटपुट डिवाइस कहलाता है|

जैसे:-


 मॉनिटर (Monitor)

मॉनिटर को विजुअल डिस्प्ले यूनिट (Visual Display Unit-VDU)) के नाम से भी जाना जाता है| यह कंप्यूटर का मुख्य आउटपुट डिवाइस है| मॉनिटर टेक्स्ट, करैक्टर एवं ग्राफ़िक्स को कलर्स या ग्रे (Grey) के शेड्स (Shades) के रूप में दिखता है| मॉनिटर को स्क्रीन या डिस्प्ले भी कहा जाता है|

कीबोर्ड पर जो कुछ टाइप किया जाता है, वह मॉनिटर पर प्रदर्शित होता है| इसके अलावा जब कोई प्रोग्राम निष्पादित किया जाता है, तो परिणाम मॉनिटर पर प्रदर्शित होता है| लेकिन मॉनिटर पर परिणाम या कार्य अस्थाई रूप से डिस्प्ले होते है, और वह तब तक स्थाई नही होते, जब तक उसे हार्ड डिस्क में सुरक्षित न कर लिया जाए|

वर्तमान में, बाजार में निम्न तरह के मॉनिटर उपलब्ध है- 


अपने बेहतर डिस्प्ले, निष्पादन, पतली एवं चौड़ी स्क्रीन के कारन आजकल LED मॉनीटर्स ज्यादा लोकप्रिय है|

crt
CRT मॉनिटर का चित्र

lcd
LCD मॉनिटर का चित्र

 प्रिंटर (Printer)

प्रिंटर वह आउटपुट डिवाइस है जो इमेजेज (नंबर्स, अल्फाबेट्स या ग्राफ्स इत्यादि) को पेपर पर छापता है| कंप्यूटर पर डॉक्यूमेंट तैयार करने के बाद आप इसकी हार्डकॉपी प्रिंट करने के लिए इसे प्रिंटर पर भेज सकते है, हार्डकॉपी को प्रिंटआउट भी कहा जाता है| प्रिंटर पेज प्रति मिनट (Page-Per-Minute-PPM) या करेक्टर्स प्रति सेकंड (Characters-Per-Second-CPS) प्रिंट करता है|

आज बाजार में दो प्रकार के प्रिंटर्स उपलब्ध है:-


इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer)- इस प्रकार के प्रिंटर पिन और रिबन पर कार्य करते है| प्रिंटर में लगे पिन रिबन पर चोट करती है, और कागज पर एक डॉट (बिंदु) बनता है जो अक्षर और चित्र की आकृति लेती है|

बाजार में उपलब्ध कुछ इम्पैक्ट प्रिंटर-


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DMP प्रिंटर का चित्र

नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर (Non-Impact Printer)- इस प्रकार के प्रिंटर अक्षर और चित्र को बिना रिबन के प्रिंट करता है| यह प्रिंटर एक बार में पुरे पेज को प्रिंट करने में सक्षम है, इसलिए इसे पेज प्रिंटर भी कहा जाता है|

बाजार में उपलब्ध कुछ नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर-


इंकजेट प्रिंटर- इंकजेट प्रिंटर कागज पर इंक की छोटी बुँदे स्प्रे करता है| ये छोटी कलर बुँदे कागज पर अक्षर और चित्र की रचना करती है| इंकजेट प्रिंटर एक मिनट में 4 से 8 पेजों को प्रिंटर कर सकता है| आज के बाजार में उपलब्ध इंकजेट प्रिंटर में स्कैनर लगा आ रहा है, जिसके मदद से आप इस प्रिंटर का प्रयोग कलर फोटोस्टेट के रूप में भी कर सकते है| कम कीमत होने के कारण घरों में प्रायः इंकजेट प्रिंटर का ही प्रयोग होता है|

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Inkjet प्रिंटर का चित्र


लेज़र प्रिंटर- इस प्रकार के प्रिंटर का प्रयोग उच्च गुणवता के प्रिंट करने के लिए किया जाता है| लेज़र प्रिंटर लेज़र (Laser) बीम एवं रोलिंग ड्रम का प्रयोग करता है| लेज़र प्रिंटर इंकजेट प्रिंटर से महंगे होते है, और इसका प्रयोग अधिकतर व्यवसाय में किया जाता है|

laser-printer.jpg
Laser प्रिंटर का चित्र

 स्पीकर (Speaker)

स्पीकर कंप्यूटर का एक आउटपुट डिवाइस है, जिसके मदद से आप कंप्यूटर पर आवाज को आउटपुट कर सकते है|

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स्पीकर का चित्र